शुक्रवार, 5 जून 2020

मंत्रीजी!!!



आयकर भी जो माप ना पाए
उतनी मेरी आय है।
कर घोटाले स्विस बैंकों में
जमी मेरी मलाई है।।

विपदा चाहे जैसी भी हो 
प्राकृतिक हो या मानव निर्मित।
मेरा क्या मुझको क्या लेना
मैं तो हूं चहुदिस से सुरक्षित।।

संतरी-सिपाही मेरे नीचे
प्रजा मेरे ठेंगे ही देखे।
चुन मुझे तूने क्या पाया
सोचते रह मेरे मूर्ख नमूने।।

मैं हूं मंत्री मैं सर्वोपरि
राजा हूं मैं इस कलयुग का।
यम भी मेरा क्या कर लेगा
चित्रगुप्त की बही भी मैं बेच खाया।।

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